News

NOT EVEN A PRETENSE OF DEMOCRACY 13 July, 2025 will go down as a dark day in Indian democracy. People from Jammu and Kashmir ...
ज्ञानेंद्र शुक्ला- यूपी की नौकरशाही अपने चमत्कारों से कई बार भावुक कर देती है, आपके गुर्दे-किडनी-पिट्यूटरी ग्लैंड तक भाव विह्वल हो उठते हैं!! …पिता मुखिया हों और पुत्र को उसी संस्था में एंट्री मिल जाए ...
अहमदाबाद विमान हादसे की घटना में पायलटों पर ठीकरा फोड़े जाने को लेकर पायलट संघ क्रोधित हो गया है। उसने न्यूज एजेंसी रॉयटर्स और वॉल स्ट्रीट जर्नल अखबार को कानूनी नोटिस भेजा है। नोटिस भेजने के साथ ही पा ...
लखनऊ- “The Red Ink” डिजिटल प्लेटफॉर्म से बात करते हुये बीजेपी के वरिष्ठ नेता कुश्ती संघ के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष पूर्व सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने अपनी आवाज़ बुलंद की और कहा कि इसके पीछे मुझे एक साज़ि ...
जानिये कि सोशल मीडिया नहीं होता तो गोदी मीडिया क्या करता और सोशल मीडिया को नियंत्रित करने के लिए सरकार क्या-क्या कर रही है। सरकारी वकील आपके पैसे से आपके खिलाफ कैसे तर्क गढ़ रहे हैं। कहानी गढ़ने वाले ...
विजय सिंह ठकुराय- एक पायलट ने दूसरे से कहा – तुमने फ्यूल स्विच बंद क्यों कर दिए? दूसरे पायलट ने कहा – मैंने तो ऐसा नहीं किया। गौरतलब है कि फ्यूल स्विच को ...
लखनऊ : उप लोकायुक्त, उत्तर प्रदेश ने आजाद अधिकार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमिताभ ठाकुर द्वारा आईएएस अफसर एसपी गोयल के संबंध ...
राकेश कायस्थ- अपने प्रधानमंत्री विकास प्रेमी ज्यादा है या भाषा और साहित्य प्रेमी? सही निष्कर्ष तक पहुंचने के लिए जनता की राय ली जानी चाहिए। केंद्र और राज्य सरकारों के सूचना व जनसंपर्क विभाग को इस विषय ...
विजय सिंह ठकुराय- 2018-19 की बात है। उस समय मैंने सार्वजनिक जीवन से संन्यास नहीं लिया था। सैकड़ों शैक्षिक संस्थाओं से टाई-अप ...
यशवन्त सिंह- एक समय था जब अर्जेंटीना दुनिया के सबसे अमीर देशों में शुमार था। 1900 से लेकर 1930 तक की अवधि में उसकी प्रति व्यक्ति आय जर्मनी, फ्रांस और इटली से अधिक थी। खेती उपजाऊ थी, गोश्त और अनाज का न ...
नोएडा : वरिष्ठ पत्रकार और ट्राइसिटी टुडे के संपादक पंकज पाराशर को इलाहाबाद हाईकोर्ट से मिली जमानत से बड़ी राहत तो जरूर मिली, लेकिन यह देर तक टिक नहीं सकी। गौतम बुद्ध नगर पुलिस ने जेल से छूटने की संभाव ...
कुमार दिनेश प्रियमन- लगभग चार दशक पहले विश्व व्यापार संगठन (WTO) के गठन के बाद से कथित वैश्वीकरण का नया साम्राज्यवादी दौर शुरु हु‌आ। पूरी दु‌निया नई आर्थिक नीति के तहत बाजार के जरिए जीवन के हर क्षेत्र ...